बरेली जिला

कहती है यंहा की घटाए, तू कितना बल रखता है। रुहेलखंड की धरती पर, तू कितना छल सहता है। है तू पश्चिम का महानगर,तू है किनारा हिमालय का। तू रामगंगा…

1857 की क्रान्ति का परिणाम

प्रथम स्वतंत्रता संग्राम-1857 को प्रथम भारतीय विद्रोह, प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और सिपाही विद्रोह के नाम से भी जाना जाता है। यह ब्रिटिश शासन के विरुद्ध एक सशस्त्र विद्रोह था,…

मौर्य साम्राज्य का उदय एवं पतन

मौर्य वंश से पहले मगध पर नंद वंश के शासक घनानंद का शासन था। जो एक शक्तिशाली राज्य के रूप में दिखाई देता है। लेकिन वही दूसरी तरफ 325 ईसा…

लोदी वंश का इतिहास एवं महत्त्वपूर्ण घटनाएं

मध्यकालीन भारत के इतिहास पर अगर प्रकाश डाला जाए तो आप इस कालखंड को सियासी उठा-पटक के कालखंड के रूप में पाएंगे, इसी कालखंड में भारत पर कई विदेशी आक्रांताओं…

मध्यकालीन चोल साम्राज्य

नवीं से बारहवीं शताब्दी तक चोल शासकों का राजनैतिक वर्चस्व बना रहा। इन्होंने न सिर्फ एक विशाल साम्राज्य का निर्माण किया बल्कि शक्तिशाली नौसेना भी गठित की, जिससे बाह्य देशों…

भारत पर तुर्को का आक्रमण

मध्यकालीन भारत में मुस्लिम आक्रमणकारीयो के समय भारत में एक बार फिर से विकेन्द्रीकरण व विभाजन की परिस्थितियाँ सक्रिय हो उठी थीं। इस समय देश की स्थिति वैसी ही थी…

भारत के राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम में बाल गंगाधर तिलक का  योगदान

भारत के इतिहास के पन्नों को पलटा जाये, तो कई ऐसे स्वतंत्रता सेनानियों का नाम दिखाई पड़ता है,जिन्होंने भारत की आजादी के लिए महत्वपूर्ण कार्य किये है। उन्हीं में से…

मराठा शक्ति का उदय और पतन पार्ट-२

मुगलों को धूल धूसरित करने में मराठों का बहुत बड़ा हाथ था। उनके पतन के बाद मराठे भारत की सबसे बड़ी शक्ति के रूप में भारतीय राजनीति में उभरे। उनसे…

मराठा शक्ति का उदय एवम् पतन पार्ट-१

पतनोन्मुख मुगल सत्ता को सबसे महत्त्वपूर्ण चुनौती मराठा राज्य से मिली जो उत्तराधिकारी राज्यों में सबसे शक्तिशाली था। इतिहास के पन्नों को पलटने पर यही मालूम  पड़ता है कि,मुगल साम्राज्य…

भारत में मोहम्मद गौरी के आक्रमण का इतिहास

मुईजुद्दीन मुहम्मद बिन साम, जिसे सामान्यतया मुहम्मद गोरी के नाम से जाना जाता है। उसके पिता का नाम बहाउद्दीन साम था। वह ‘गोर’ प्रदेश के शंसबानी वंश से सम्बन्धित था।…